بسم الله الرحمن الرحيم
*बिस्मिल्लाहहिर्रहमानिर्रिहीम*
الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ
*अस्सालातु वसल्लामु अलैहका या रसूलउल्लाह सल्ललाहो अलैह वसल्लम*
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*अलग-अलग बातों का बयान पोस्ट(1)*
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सवाल- वह कौनसा खून है जिसका खाना हलाल है?
*जवाब- कलेजी तिल्ली,खाना हलाल है जो दर असल जमा हुआ खून है।*
(मिस्कात शरीफ जिल्द2 सफ़्हा361)
सवाल- वह कौनसा खून है जो खुद उसके लिये पाक और दूसरों के लिये नापाक है?
*जवाब- शहीद का खून है कि खुद उसके लिये पाक है और दूसरों के लिए नापाक है।*
(अलइशबाह वन्नजाइर सफ़्हा109)
सवाल- कितनी किस्मों का खून पाक है?
*जवाब- दस तरह के खून पाक हैं,(1)शहीद का खून(2)वह खून जो ज़िबह के बाद गोश्त में रह गया हो(3)वह खून जो ज़िबह के बाद रगों में बाकी रह गया हो(4)जिगर और तिल्ली का खून(5)दिल का खून जो इन्सान के बदन से बहा नहीं(7)खटमल का खून(8)पिस्सू का खून(9)जुऐं का खून(10)मछली का खून।*
(अलइशबाह वन्नजाइर सफ़्हा188)
सवाल- वह कौनसी चीज हैं जिसको अल्लाह तआला ने अपने खास दस्ते क़ुदरत से तैयार किया है?
*जवाब- (1)अर्शे आज़म(2)क़लम(3)जन्नते अदन(4)हज़रत आदम अलैहिस्सलाम(5)तौरेत शरीफ(6)शजरे तूबा।*
(खाज़िन जिल्द2 सफ़्हा236/मवाहिब लदुन्निया जिल्द2 सफ़्हा423)
सवाल- वह कौनसे हज़रात हैं जिनके पेशाब-पाख़ाना को जमीन निग़ल जाती है?
*जवाब- अम्बियाऐ किराम अलैहिस्सलाम।*
(मदारीज़न्नुबुव्वत जिल्द1 सफ़्हा29)
सवाल- वह कितने हज़रात हैं जिनको फरिश्तों ने नहलाया?
*जवाब- हज़रत आदम अलैहिस्सलाम,हज़रत जकरया अलैहिस्सलाम,हज़रत हन्जला,हज़रत हमज़ा रदियल्लाहु अन्हुम।*
(ज़रकानी जिल्द3 सफ़्हा278/तफ़्सीर अज़ीज़ी सूरए बक़र सफ़्हा172)
सवाल- अल्लाह तआला के नज़दीक कौनसा पहाड़ सबसे अफ़ज़ल है?
*जवाब- उहूद पहाड़।*
(फतावा हदीसिया सफ़्हा132)
सवाल- वह कौनसा आदमी है जिसकी मौत के वक़्त फरिश्तों ने उसका फ़तवा खुद उसके सामने पेश किया,और वह अपने ही फ़तवे के मुताबिक हलाक़ हुआ?
*जवाब- वह फिरऔन है एक बार हज़रत जिब्राईल अलैहिस्सलाम इन्सानी शक़्ल में फिरऔन के पास एक इस्तिफ्ता लाए जिसका मज़मून यह था कि बादशाह का उस गुलाम के बारे में क्या हुक़्म है जिसने अपने आक़ा के माल व नेमत में परवरिस पाई फिर उसकी नाशुकी की और उसके हक़ का मुनकिर हो गया और खुद आक़ा होने का दावा किया उस पर फिरऔन ने यह जवाब दिया की जो गुलाम अपने आक़ा की नेमतों का इनकार कर दे और उसके मुक़ाबले में आए उसकी सज़ा यह है कि उसको दरया में डूबा दिया जाए जब फिरऔन डूबने लगा तो हज़रत जिब्राईल अलैहिस्सलाम ने उसका वही फ़तवा उसके सामने पेश कर दिया उसने उसको पहचान लिया।*
(ख़ज़ाइन सफ़्हा316)
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*हदीसे पाक में है कि इल्म फैलाने वाले के बराबर कोई आदमी सदक़ा नहीं कर सकता।*
(क़ुर्बे मुस्तफा,सफह 100)
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