*_﷽-الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ_*
सवाल- जब अल्लाह तआला ने तमाम रूहों को जमा करके फरमाया"अलस्तु बिराब्बिकुम"तो रूहों का यह इज्तिमा किस दिन और किस जगह हुआ था?
*जवाब- रोज़े अरफ़ा को इज्तिमा हुआ इज्तिमा कि जगह में उल्मा का इख्तेलाफ है बाज कहते है कि यह इज्तिमा मैदाने अरफ़ात की वादी नौमान में हुआ और बाज़ कहते है कि जन्नत में और बाज़ कहते है कि मक्का और ताएफ़ के दरमियान में हुआ।*
(अलकामिल फी तारीख़ 1/17/जलालैन 144व44)
सवाल- इस इज्तिमा में रूहों की कितनी सफ़ें थीं और किस सफ़ में किस की रूहें थीं?
*जवाब- इस इज्तिमा में रूहों की चार सफें थीं पहली सफ़ अंबिया की रूहों की दूसरी सफ़ औलिया की रूहों की तीसरी सफ़ आम मुसलमानों की रूहों की और चौथी सफ़ में काफ़िरों की रूहें थीं।*
(तफ़सीर नईमी 2/144)
सवाल- आलम की तादाद कितनी है?
*जवाब- आलम की तादाद में मुख्तलिफ अक़वाल हैं हज़रत वहब मुनब्बर रहमतुल्लाह अलैहि फरमाते है कि अट्ठारह हज़ार आलम हैं यह दुनिया उनमें से एक है हज़रत ज़हाक का कौल है कुल आलम तीन सौ साठ हैं हज़रत कअब अहबार रज़ियल्लाहु तआला अन्हु का कौल की आलम की तादाद का सही अंदाजा करना मुहाल है।*
(रूहुल बयान 1/सूर फातेहा)
*हज़रत अबू सईद खुदरी रज़ियल्लाहु तआला अन्हु से मंकूल है कि आमल चालीस हजार हैं और हज़रत मक़ातिल से अस्सी हज़ार आलम मंकूल हैं।*
(इब्ने कसीर 1/सूर फातेहा/तफ़सीर करतबी)
सवाल- दुनिया की उम्र कितनी है?
*जवाब- दुनिया की उम्र कितनी है इसमें कई कौल हैं बाज़ ने सितारों का एतिबार करके सात हज़ार बरस है क्योंकि कवाकिब सय्यारा सात हैं बाज़ ने बारह बुर्ज आसमान का एतिबार करके बारह हज़ार बरस कहा है और बाज़ ने साल के दिनों की मिक़दार के एतिबार से उम्र तीन लाख साठ हजार बरस शुमार की है।*
(हाशिया जलालैन 12/293/सावी 125)
*______________________________________*
*हदीसे पाक में है कि इल्म फैलाने वाले के बराबर कोई आदमी सदक़ा नहीं कर सकता।*
(क़ुर्बे मुस्तफा,सफ़्हा100)
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सवाल- जब अल्लाह तआला ने तमाम रूहों को जमा करके फरमाया"अलस्तु बिराब्बिकुम"तो रूहों का यह इज्तिमा किस दिन और किस जगह हुआ था?
*जवाब- रोज़े अरफ़ा को इज्तिमा हुआ इज्तिमा कि जगह में उल्मा का इख्तेलाफ है बाज कहते है कि यह इज्तिमा मैदाने अरफ़ात की वादी नौमान में हुआ और बाज़ कहते है कि जन्नत में और बाज़ कहते है कि मक्का और ताएफ़ के दरमियान में हुआ।*
(अलकामिल फी तारीख़ 1/17/जलालैन 144व44)
सवाल- इस इज्तिमा में रूहों की कितनी सफ़ें थीं और किस सफ़ में किस की रूहें थीं?
*जवाब- इस इज्तिमा में रूहों की चार सफें थीं पहली सफ़ अंबिया की रूहों की दूसरी सफ़ औलिया की रूहों की तीसरी सफ़ आम मुसलमानों की रूहों की और चौथी सफ़ में काफ़िरों की रूहें थीं।*
(तफ़सीर नईमी 2/144)
सवाल- आलम की तादाद कितनी है?
*जवाब- आलम की तादाद में मुख्तलिफ अक़वाल हैं हज़रत वहब मुनब्बर रहमतुल्लाह अलैहि फरमाते है कि अट्ठारह हज़ार आलम हैं यह दुनिया उनमें से एक है हज़रत ज़हाक का कौल है कुल आलम तीन सौ साठ हैं हज़रत कअब अहबार रज़ियल्लाहु तआला अन्हु का कौल की आलम की तादाद का सही अंदाजा करना मुहाल है।*
(रूहुल बयान 1/सूर फातेहा)
*हज़रत अबू सईद खुदरी रज़ियल्लाहु तआला अन्हु से मंकूल है कि आमल चालीस हजार हैं और हज़रत मक़ातिल से अस्सी हज़ार आलम मंकूल हैं।*
(इब्ने कसीर 1/सूर फातेहा/तफ़सीर करतबी)
सवाल- दुनिया की उम्र कितनी है?
*जवाब- दुनिया की उम्र कितनी है इसमें कई कौल हैं बाज़ ने सितारों का एतिबार करके सात हज़ार बरस है क्योंकि कवाकिब सय्यारा सात हैं बाज़ ने बारह बुर्ज आसमान का एतिबार करके बारह हज़ार बरस कहा है और बाज़ ने साल के दिनों की मिक़दार के एतिबार से उम्र तीन लाख साठ हजार बरस शुमार की है।*
(हाशिया जलालैन 12/293/सावी 125)
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*हदीसे पाक में है कि इल्म फैलाने वाले के बराबर कोई आदमी सदक़ा नहीं कर सकता।*
(क़ुर्बे मुस्तफा,सफ़्हा100)
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