☆हर नशा वाली चिज हराम है....

♥हिकायत : हजरत जाबीर (रजी अल्लाहु अन्हु) से रिवायत है के - "जैशान से एक आदमी आया और जैशान एक शहर (Town) है यमन मे, उस आदमी ने रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) से उस शराब के बारे मे पुछा जो उन इलाको मे पि जाती है और ओ शराब जो तैयार होती है उस शराब को मिज्र कहा जाता था।,
तो रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने फरमाया--
"ओ शराब नशा (Intoxicating) वाली है??"
उसने अर्ज किया, 'जी हा!'
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✿हदीस : रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने फरमाया -- "हर नशा वाली चिज हराम है, क्योंकी अल्लाह तआला का उस आदमी के लिए वादा है के जो आदमी नशा वाली चिज पियेगा उसे अल्लाह तआला
तिनातह-अल-खबाल पिलायेगा,"
सहाबा-ए-किराम (रजी अल्लाहु अन्हु) ने अर्ज किया, आए अल्लाह के रसुल (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम)! तिनातह-अल-खबाल क्या चिज है?
आप (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने फरमाया -
"दोजख का पसीना है।"
(सहीह मुस्लिम, वो-05, हदीस-5217)
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♥नोट : जो चिज या आमाल इंसान को मदहोश करदे और ओ अपने रब के जिक्र वा रहमतो से थोड़ी देर के लिए भी गाफील हो जाए ऐसी हर चिज हराम है, फिर चाहे शराब हो, जिना या गाना-बजाना,
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