*_✭ﺑِﺴْــــــــــــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ✭_*
*_★الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ★_*
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📕 *_करीना -ए-जिन्दगी_*📕
✍🏻 *_....भाग-7⃣6⃣_*
*_[जरा इसे भी पढ़िए!]_*
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🔴 *_लिवातत या इ़ग्लाम बाजी (हिजडो से मुबाशरत)_* 🔴
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👉🏻 _इसी तरह वह शख्स अपने लिंग को मर्द के पिछे के मकाम मे दाखील करता है, इससे उसके उज्वे मख्सुस (लिंग) की नसे कमजोर हो जाती है! नसे ढिली पड जाती है! पठ्ठे ढिले हो जाते है!और पेशाब की नाली मे जख्म पढकर पेशाब मे जलन, झिल्ली मे खराश पैदा हो जाती है! कसरत के साथ इस ख्वाहिश को पुरा करने की वजह से लगातार मनी (विर्य) के बहने की बिमारी हो जाती है, ऑंखो मे गढ्ढे, चेहरे पर बेरौनकी, दिल व दिमाग कमजोर हो जाता है! और ऐसा इंसान फिर औरत को मुंह दिखाने के काबील ही नही रहता!_
💫💫 *_"हकीमो का इस बात पर इत्तेफाक है के..... जो मर्द लिलावत (लमलैंगीक संभोग) करता है, उसको जल्द इंजाल (शिघ्रपतन, Premature Discharge) हो जाने की बिमारी हो ही जाती है!_*
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🔥 *_ऐसे शख्स की सजा :_* _ऐसे शख्स के मुत्ताल्लीक *शरीयत ए इस्लामी* का फैसला यह है के उसे दुनीयॉ मे जिंदा रहने का कोई हक नही! उसका मर जाना ही समाज के लिये बेहतर है!_
📚 *_हदीस :_* _*हुजुर ﷺ* फ़र्माते है.........._
💫 _"जो मर्द किसी मर्द से सोहबत करे, उन्हें इतने पथ्थर मारो कि वोह मर जाए, ऊपर वाले और नीचे वाले दोनो को मार डालो"।_
📚 *_[तिर्मिज़ी शरीफ, जिल्द नं 1, बाब नं 983, हदीस नं 1487, सफा नं 718, इब्ने माज़ा शरीफ, जिल्द नं 2, बाब नं 143, हदीस नं 334, सफा नं 109,]_*
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📚 *_हदीस :_* _हज़रत इकरमा ने हज़रत रदि अल्लाहु तआला अन्हु ने हजरत अब्बास रदि अल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत किया है कि *रसूलुल्लाह ﷺ* ने इर्शाद फर्माया..........._
💫 _"जिन को तुम पाओ के उसने दूसरे मर्द से सोहबत की है तो उन्हे क़त्ल कर दो करने वाले और करवाने वाले दोनो को "।_
📚 *_[अबूूदाऊद शरीफ, जिल्द नं 3 बाब नं 348, हदीस नं 1050, सफा नं 376,]_*
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📚 *_हदीस :_* _हज़रते इब्ने शिहाब रदि अल्लाहु तआला अन्हु से ऐसे मर्द के मर्द के बारे में पूछा गया जो मर्द से ही सोहबत करे! फर्माया....._
💫 _"उसे संगसार किया जाए (पथ्थरों से मार मार कर क़त्ल कर दिया जाए) चाहे शादी शुदा हो या गै़र शादी शुदा"।_
📚 *_[मोता शरीफ, जिल्द नं 2, किताबुल हुदूद, हदीस नं 11, सफा नं 718,]_*
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📚 *_हदीस :_* _हज़रत अली कर्रमल्लाहु वज्हु ने तो इस ख़बीस काम करने वालों को क़त्ल कर देने पर ही बस न कीया बल्कि उन्हें आग मे जलाया_
📚 *_हदीस :_* _हज़रते सिद्दीक़े अकबर रदि अल्लाहु तआला अन्हु ने उन पर दीवार गिराई जिस के नीचे वोह दब कर मर गये।_
📚 *_[बहारे शरीअ़त, जिल्द नं 1 हिस्सा 9, सफा नं 44,]_*
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*_★الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ★_*
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📕 *_करीना -ए-जिन्दगी_*📕
✍🏻 *_....भाग-7⃣6⃣_*
*_[जरा इसे भी पढ़िए!]_*
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🔴 *_लिवातत या इ़ग्लाम बाजी (हिजडो से मुबाशरत)_* 🔴
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👉🏻 _इसी तरह वह शख्स अपने लिंग को मर्द के पिछे के मकाम मे दाखील करता है, इससे उसके उज्वे मख्सुस (लिंग) की नसे कमजोर हो जाती है! नसे ढिली पड जाती है! पठ्ठे ढिले हो जाते है!और पेशाब की नाली मे जख्म पढकर पेशाब मे जलन, झिल्ली मे खराश पैदा हो जाती है! कसरत के साथ इस ख्वाहिश को पुरा करने की वजह से लगातार मनी (विर्य) के बहने की बिमारी हो जाती है, ऑंखो मे गढ्ढे, चेहरे पर बेरौनकी, दिल व दिमाग कमजोर हो जाता है! और ऐसा इंसान फिर औरत को मुंह दिखाने के काबील ही नही रहता!_
💫💫 *_"हकीमो का इस बात पर इत्तेफाक है के..... जो मर्द लिलावत (लमलैंगीक संभोग) करता है, उसको जल्द इंजाल (शिघ्रपतन, Premature Discharge) हो जाने की बिमारी हो ही जाती है!_*
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🔥 *_ऐसे शख्स की सजा :_* _ऐसे शख्स के मुत्ताल्लीक *शरीयत ए इस्लामी* का फैसला यह है के उसे दुनीयॉ मे जिंदा रहने का कोई हक नही! उसका मर जाना ही समाज के लिये बेहतर है!_
📚 *_हदीस :_* _*हुजुर ﷺ* फ़र्माते है.........._
💫 _"जो मर्द किसी मर्द से सोहबत करे, उन्हें इतने पथ्थर मारो कि वोह मर जाए, ऊपर वाले और नीचे वाले दोनो को मार डालो"।_
📚 *_[तिर्मिज़ी शरीफ, जिल्द नं 1, बाब नं 983, हदीस नं 1487, सफा नं 718, इब्ने माज़ा शरीफ, जिल्द नं 2, बाब नं 143, हदीस नं 334, सफा नं 109,]_*
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📚 *_हदीस :_* _हज़रत इकरमा ने हज़रत रदि अल्लाहु तआला अन्हु ने हजरत अब्बास रदि अल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत किया है कि *रसूलुल्लाह ﷺ* ने इर्शाद फर्माया..........._
💫 _"जिन को तुम पाओ के उसने दूसरे मर्द से सोहबत की है तो उन्हे क़त्ल कर दो करने वाले और करवाने वाले दोनो को "।_
📚 *_[अबूूदाऊद शरीफ, जिल्द नं 3 बाब नं 348, हदीस नं 1050, सफा नं 376,]_*
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📚 *_हदीस :_* _हज़रते इब्ने शिहाब रदि अल्लाहु तआला अन्हु से ऐसे मर्द के मर्द के बारे में पूछा गया जो मर्द से ही सोहबत करे! फर्माया....._
💫 _"उसे संगसार किया जाए (पथ्थरों से मार मार कर क़त्ल कर दिया जाए) चाहे शादी शुदा हो या गै़र शादी शुदा"।_
📚 *_[मोता शरीफ, जिल्द नं 2, किताबुल हुदूद, हदीस नं 11, सफा नं 718,]_*
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📚 *_हदीस :_* _हज़रत अली कर्रमल्लाहु वज्हु ने तो इस ख़बीस काम करने वालों को क़त्ल कर देने पर ही बस न कीया बल्कि उन्हें आग मे जलाया_
📚 *_हदीस :_* _हज़रते सिद्दीक़े अकबर रदि अल्लाहु तआला अन्हु ने उन पर दीवार गिराई जिस के नीचे वोह दब कर मर गये।_
📚 *_[बहारे शरीअ़त, जिल्द नं 1 हिस्सा 9, सफा नं 44,]_*
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