POST 82

*_✭ﺑِﺴْــــــــــــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ✭_*

*_★الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ★_*
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           📕 *_करीना -ए-जिन्दगी_*📕

      ✍🏻 *_....भाग-8⃣2⃣_*

                _*[जरा इसे भी पढ़िए!]*_
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_*मर्दाना बिमारीयॉ और उनका इलाज*_       _________________________________
_👉🏻     मौजुदा दौर मे बदकारी और अय्याशी बहुत ज्यादा बढ चुकी है! जिसकी अहम वजह *फिल्मे, TV सिरीयल, समार्ट फोन (Mobile) देखकर उस से सिखकर अपने आपको मॉर्डन कहलाने की एक अंधी होड  (खुसुसी तौर पर फैशन के नाम पर उल्टे सिधे कपडे पहनकर अपने जिस्म की नुमाईश करके, बालो को अजीबो गरीब रंग मे रंगकर, अजीब हुलीयॉ बनाकर अपने आप को मॉर्डन कहलवाने का जुनुन सवार है जिसमे लडके लडकियॉ दोनो बराबर के जिम्मेदार है!) , नौजवान लडके लडकियो का गंदे मेगजिन और नावील पढना, स्कुल और कॉलेज मे लडके, लडकियो का एक साथ रहना* वगैरह जैसी चींजे!_

_💫    नतीजा बदकारीयों और अय्याशियो मे इजाफा! रिझल्ट अक्सर मर्द और औरते का कई  खतरऩाक जिन्सी बिमारीयों का शिकार होकर बिमारीयो मे फंस जाते है! अव्वल तो ऐसी हरकते ही नही करनी चाहीये के जिससे इन बिमारीयो मे फंस जाने का खतरा हो! *और अगर कोई ऐसी गल्ती कर ही चुका है, तो पहले सच्चे दिल से तौबा किजीए, और किसी इश्तेहारी और सडक छाप निम हकीम खतरे जान के पास जा कर अपनी बची कुची सेहत को बर्बाद करने की बजाए, किसी अच्छे पढे लिखे काबील और माहीर डॉक्टर या हकीम से ही इलाज करवाइए!*_ *____________________________________*
_💫     यहॉ कुछ मर्दाना और जनाना बिमारीयों के बारे मे और उनके इलाज के मुतअल्लीक तहरीर की जा रही ह! इन बिमारीयो के इलाज के लिये वैसे तो बुजुर्गाने दीन और हकीमो ने कई तरह के नुस्खे और दवाईयॉ बयीन की है! लेकीन यहॉ कुछ ऐसे ही नुस्खे बयान कर रहे है, जिनमे इस्तेमाल होने वाली चीजें आपको आसानी से मिल जाए! और आप उसे अपने घर पर ही खुद तैय्यार कर सकते है! हकीमी इलाज के साथ साथ रूहानी इलाज भी जरूरी है! इसके लिये किसी सुन्नी सहीउल अकीदा माहीर आलीम से राबता कर_
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                  🔵 *_नामर्दी_* 🔵
_👉🏻     कुछ लोग अपने लडकपन मे गल्तियॉ और बुरी संगत की वजह से अपनी ताकत गंवा देते है! और शर्म व झिजक की वजह से अपना हाल किसी से बता भी नही पाते! शादी होने या शादी की बात चलने के वक्त ऐसे लोगों की परेशानी और बढ जाती है! अगर ऐसी हालत मे उसकी शादी हो जाए तो ऐसी हालत मे औरत मुत्मइन नही हो पाती जो औरत को नागवार मालुम होता है, और वह आसबी बिमारी जिसे हिस्ट्रेरिया (Hysteria) कहते है! जिससे जिस्म के पठ्ठे कमजोर हो जाते है इस मर्ज मे मुब्तला हो जाती है और जिमा से बेरगबती और शौहर से नफरत करने लगती है!_

👉🏻     _ज्यादा मुबाशरत से भी नामर्दी की सुरत पैदा हो जाती है! ऐसी हालत मे मर्द को इलाज की तरफ ध्यान देना चाहिये! *लेकीन फिर भी कीसी इश्तेहारी सडक छाप दवा बेचने वाले हकीमो और डॉक्टर से भुल कर भी इलाज न करवाए!* यह लोग जिस किस्म की दवा बनाते है उनमे अक्सर अफीम, धतुरा, भांग वगैरह जैसी चिजो की मिलावट होती है! जिन से फौरन तो फायदा हो जाता है लेकीन बाद मे इसके शदीद नुक्सान हेते है! और उनका बार-बार इस्तेमाल जल्द ही कब्र के गड्ढे तक पहुंचा देता है! *इसलिये हुजुर ﷺ और बुजुर्गाने दीन ने की गई हिदायतो से फायदा हासील करना चाहीये और दवाओ की बजाए गिजाओ का इस्तेमाल करके कुदरती तौर पर कमजोरी को दुर करना चाहीये!*_
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📚 *_हदीस :_* _हुजुर ﷺ ने इर्शाद फर्माया......_
*_"बदन से जेरे नाफ के बालो को जल्द दुर करना कुव्वते बाह मे इजाफा करता है!"_*

💫 *_मसअला :_* _नाफ के निचे के बाल को दुर करना सुन्नत है! और बेहतर यह है के हफ्ते मे जुमा के दिन दुर करे! पंद्रहवे रोज करना भी जाइज है! और चालीस दिनो से ज्यादा गुजारना मकरुह व सख्त गुनाह है!_

*_📕 [कानुन ए शरीयत जिल्द  2 सफ 211]_*
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