*_इस्लाम में सब से अच्छा काम पाँचों वक़्त की नमाज़ की पाबन्दी है और मस्जिदों को बनाना और उन्हें नमाज़ व अज़ान से आबाद करना और आबाद रखने के लिए कोशिश करना है मस्जिद के साज व सामान लौटे चटाई वज़ू का इन्तिज़ाम इस की देख भाल सफाई करने वाले अज़ान देने वाले मुअज़्ज़िनों और नमाज़ पढ़ाने वाले इमामों का ख्याल करना और उन्हें हर तरह खुश रखना,बेहतरीन काम है और इस सिलसिले में जो खर्चा हो वह बेहतरीन खर्चा है।_*
_आला हज़रत मौलाना अहमद रज़ा खाँ बरेलवी रहमतुल्लाहि तआला अलैहि फ़रमाते हैं।_
*_"ईमान के बाद पहली शरीअत नमाज़ है।"_*
📗 *(फतावा रज़विया जदीद जि.5 स 83)*
📚 *गलत फ़हमियाँ और उनकी इस्लाह सफहा,181*
_आला हज़रत मौलाना अहमद रज़ा खाँ बरेलवी रहमतुल्लाहि तआला अलैहि फ़रमाते हैं।_
*_"ईमान के बाद पहली शरीअत नमाज़ है।"_*
📗 *(फतावा रज़विया जदीद जि.5 स 83)*
📚 *गलत फ़हमियाँ और उनकी इस्लाह सफहा,181*
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