*【POST 175】गुर्दे खाने का मसअला*

_गुर्दे खाना जाइज़ है लेकिन हुज़ूर अकदस सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने पसन्द न फरमाया इस वजह से कि पेशाब इसमें हो कर मसाने में जाता है ।_

📗 *(अलमलफूज़ स.341 रज़वी किताब घर देहली)*

*_इस का खुलासा यह है कि हलाल जानवर के गुर्दे खाये जा सकते हैं उन्हें खाना हराम नहीं लेकिन हजुर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम को ना पसन्द थे इसलिए न खाना बेहतर है ।_*

📚 *गलत फ़हमियाँ और उनकी इस्लाह सफहा,191*

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