*_नमाज में अलहम्दु शरीफ से पहले बिस्मिल्लाह पढना सुन्नत है और उस के बाद जब कोई सूरत शुरू करे तब भी बिस्मिल्लाह पढ़ना मुस्तहब है। उस के अलावा रुक सजदे,कादा वगैरा में बिस्मिल्लाह पढ़ने की इजाजत नहीं।_*
_अत्तहियात से पहले या दुआये कुनूत या दुरूद शरीफ और उस के बाद की दुआ से पहले बिस्मिल्लाह पढ़ना मना है।_
*_क्योंकि बिस्मिल्लाह कुरआन की आयत है और नमाज में कियाम की हालत में अलहम्दु शरीफ और उसके बाद किरअत कुरआन मशरुअ है उसके अलावा किरअत मम्नूअ है।_*
📚 *फतावा रजविया जदीद जि.6,स.350*
📚 *गलत फ़हमियाँ और उनकी इस्लाह सफहा,191*
_अत्तहियात से पहले या दुआये कुनूत या दुरूद शरीफ और उस के बाद की दुआ से पहले बिस्मिल्लाह पढ़ना मना है।_
*_क्योंकि बिस्मिल्लाह कुरआन की आयत है और नमाज में कियाम की हालत में अलहम्दु शरीफ और उसके बाद किरअत कुरआन मशरुअ है उसके अलावा किरअत मम्नूअ है।_*
📚 *फतावा रजविया जदीद जि.6,स.350*
📚 *गलत फ़हमियाँ और उनकी इस्लाह सफहा,191*
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