بسم الله الرحمن الرحيم
बिस्मिल्लाहहिर्रहमानिर्रिहीम
الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ
अस्सालातु वसल्लामु अलैहका या रसूलउल्लाह सल्ललाहो अलैह वसल्लम
___🕋🕋______________
अक़ाइद का बयान पोस्ट(10)आख़िरी
___📖📖______________
सवाल- अल्लाह तआला के नाम कितने हैं?
जवाब अल्लाह तआला के नामो की कोई गिनती और शुमार नही है कि उसकी शान की कोई हद नही मगर इमाम राज़ी ने अपनी किताब तफ़्सीर कबीर में 5000 नामो का ज़िक्र किया है जिनमें से क़ुरान में एक हजार,तौरेत में एक हजार,इन्जील में एक हजार,जुबूर में एक हजार और लौहे महफूज़ में एक हजार हैं।
(तफसीरें कबीर ज़िल्द1 सफ़्हा119/अहकामे शरीअत हिस्सा2 सफ़्हा157)
सवाल- तमाम नामो में कौनसा लफ्ज़ ज्यादा मशहूर व मारूफ है?
जवाब-लफ़्ज़े"अल्लाह"ज्यादा मशहूर व मारूफ है।
(खाजिन ज़िल्द2 सफ़्हा262)
सवाल- क्या अल्लाह तआला को सख़ी(दानी/खैराती) आकिल(बुद्धिवान/आकाल मन्द) तबीब(हक़ीम/डॉ) वगैरह लफ़्ज़ों के साथ बोल सकते हैं?
जवाब- नही अल्लाह तआला के सारे नाम तौकीफ़ी है अल्लाह तआला को उन्हीं लफ़्ज़ों से पुकार सकते हैं जिनका इस्तेमाल कुरान व हदीस या इज्माऐ उम्मत से साबित है जैसे लफ़्ज़े"खुदा''कि इसका इस्तेमाल अगरचे क़ुरान व हदीस में नही है लेकिन इज्मा ए उम्मत से साबित है।
(खाजिन ज़िल्द2 सफ़्हा262/निबरास सफ़्हा173)
सवाल- अल्लाह तआला के लिये हर जगह हाजिर व मौजूद है ऐसा कहना कैसा है?जवाब अल्लाह तआला जगह से पाक है यह लफ्ज़ बहुत बुरे मअना का एहतेमाल रखता है इससे बचना लाजिम है।
(फ़तवा रिज़विया ज़िल्द6 सफ़्हा132)
सवाल- अल्लाह तआला को अल्लाह मियाँ कहना कैसा है?
जवाब- अल्लाह मियाँ के तीन माना है (1)मालिक(2)शौहर(3)ज़िना का दलाल इनमें बाद वाले दो ऐसे माने हैं जिनसे अल्लाह की शान पाक और बरी है और पहले वाले माना सही हो सकते हैं तो जब दो लफ्ज़ बुरे माना और एक अच्छे माना में शरीक हुआ तो उसका अल्लाह के लिए बोला जाना ग़लत होगा।
(अलमलफ़ूज़ ज़िल्द1 सफ़्हा116)
सवाल- मोहम्मद नबी,अहमद नबी, नबी अहमद, नाम रखना कैसा है?
जवाब- हराम है कि इनमें हकीकत में नुबुव्वत का दावा अगरचे नही पाया जाता मगर सूरत और लफ्ज़ो के ऐतेवार से दावा जरूर है और यह गुमान करना की नामों में पहले माना मुराद नही होते न शरीअत में ऐसा कही है और न आम बोल चाल की जुवान में इसी तरह यासीम व ताहा नाम रखना मना है यूँ ही गफुरुद्दीन, वगेरह नाम भी सख़्त ग़लत व बुरे हैं।
(फ़तवा रिज़विया ज़िल्द9 सफ़्हा201से202)
___📚📚______________
हदीसे पाक में है कि इल्म फैलाने वाले के बराबर कोई आदमी सदक़ा नहीं कर सकता।
(क़ुर्बे मुस्तफा,सफह 100)
*🌎Send To All Worlds People 🌍*
ONLY Aᴅᴍɪɴ Pᴏsᴛ Gʀᴏᴜᴘ
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
*RAZA_KI_RAZA_GIRLS_GROUP*
*Girls Group AlaG hai join karen..*
*📲📱+91 9149058241*📱
╰┄─━━━━━━━━─┄╮
*➪ 👑 Maslak-e-A'ala Hazrat zindabad World🌍 Group)*
╰┄─━━━━━━━━─┄╮
•●┄─┅━━★✰★━━━┅─┄●•
*Fatawa e Razviya sawal jawab Group*
•●┄─┅━━★✰★━━━┅─┄●•
💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗
⤵ *Group Admin*
🌹 *Muhammad Arshad Ansari bareilly Shareef*🌹
*join 📲+91 9149058241*✍
•┈┈┈┈••✦✿✦••┈┈┈┈•
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
https://rkrnet.blogspot.com/?m=1
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
No comments:
Post a Comment