सवाल- सूर ऊला के बाद कौन कौन से नुफूस जिंदा रहेंगे?
*जवाब- नफ़खतुल ऊला के बाद कौन से नुफूस जिंदा रहेंगे इसमें मुफस्सिरीन के बहुत से अक़वाल हैं हज़रत इब्ने अब्बास रज़ियल्लाहु तआला अन्हु ने फरमाया कि नफखा साक़ से तमाम आसमान व जमीन वाले मर जाएगें सिवाए हज़रत जिब्राईल अलैहिस्सलाम हज़रत मीकाईल अलैहिस्सलाम हज़रत इसराफील अलैहिस्सलाम हज़रत इज़राईल अलैहिस्सलाम के फिर अल्लाह तआला दोनों नफ़खों के दरमियान की मुद्दत में इन फ़रिश्तों को भी मौत देगा दूसरा कौल यह है कि मुस्तसना शोहदा हैं जिनके लिए कुरान-ए-मुकद्दस में"बल अहयाउन"आया है हदीस शरीफ में भी है कि वे शोहदा हैं जो तलवारें हमाइल किए हुए गिर्न अर्श हाज़िर होंगे तीसरा कौल यह है कि हज़रत जाबिर रज़ियल्लाहु तआला अन्हु ने फरमाया कि मुस्तसना हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम हैं क्योंकि आप तूर पर बेहोश हो चुके हैं इसलिऐ इस नफ़ख़ से आप बेहोश न होंगे बल्कि आप मुतीक़ज़ और होशियार रहेंगे चौथा कौल यह है कि मुस्तसना जन्नत की हुरें और अर्श व कुर्शी के रहने वाले हैं ज़हाक का कौल है कि मुस्तसना रिज़वान और हुरें और वह फ़रिश्ते जो जहन्नम पर मामूर हैं वह और जहन्नम के साँप बिच्छू हैं।*
(ख़जाईनुल इरफान पारा24/सफ़्हा4)
सवाल- दो सूरों के दरमियान कितना फ़ासला होगा?
*जवाब- चालीस साल का फ़ासला होगा।*
(ख़जाईनुल इरफान पारा24सफ़्हा4/जमल जिल्द3सफ़्हा731)
सवाल- सूरे बअसत यानी जिंदा होने का सूर कहाँ से फूंका जाएगा?
*जवाब- सूरे बअसत यानी जिंदा होने का सूर सख़गए बैतुल मुकद्दर ये फूंका जाएगा और इसपर हज़रत इसराफील अलैहिस्सलाम मुर्दो को यह कहकर आवाज देंगे"तर्जुमा= ऐ सड़ी गली हड्डियों ऐ जिस्म के मुतफर्रिक जोड़ो ऐ बिखरे हुए गोश्तो अल्लाह तुमको हुक्म देता है कि फैसले के लिए जमा हो जाओ तो वो लव्वैक कहेंगे"और बाज़ ने कहा है कि सूर हज़रत इसराफील अलैहिस्सलाम फूंकेगे लेकिन निदा हज़रत जिब्राईल अलैहिस्सलाम देंगे।*
(इब्ने कसीर सफ़्हा26/जमल जिल्द3सफ़्हा729/सावी जिल्द3सफ़्हा50)
सवाल- मैदाने हश्र किस मुल्क में काय़म होगा?
*जवाब- मुल्के शाम में क़ायम होगा।*
(इब्ने कसीर सुरए हश्र)
सवाल- क़यामत के दिन लोग किसी हाल में जमा किया जाएगा?
*जवाब- क़यामत के दिन लोग नंगे पाँव नंगे बदन और वेख़त्ना जमा किए जाएंगे और सबसे पहले हज़रत इब्राहिम अलैहिस्सलाम को दो वारिक नरम सफेद कपड़े पहनाए जाएगें।*
(ख़जाईनुल इरफान पारा17सफ़्हा7/इब्ने कसीर जिल्द17सफ़्हा7/मिश्कात शरीफ जिल्द2सफ़्हा483)
सवाल- क़यामत के दिन सबसे पहले हिसाब किस्से होगा?
*जवाब- हज़रत जिब्राईल अलैहिस्सलाम से हिसाब होगा।*
(अल अतकान जिल्द1सफ़्हा60)
सवाल- क़यामत के दिन अहले हश्र की ज़बान कौन सी होगी?
*जवाब- अहले महशर की जुबान सुरयानी होगी।*
(इब्ने कसीर जिल्द19सफ़्हा15)
*______________________________________*
*हदीसे पाक में है कि इल्म फैलाने वाले के बराबर कोई आदमी सदक़ा नहीं कर सकता।*
(क़ुर्बे मुस्तफा,सफ़्हा100)
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*जवाब- नफ़खतुल ऊला के बाद कौन से नुफूस जिंदा रहेंगे इसमें मुफस्सिरीन के बहुत से अक़वाल हैं हज़रत इब्ने अब्बास रज़ियल्लाहु तआला अन्हु ने फरमाया कि नफखा साक़ से तमाम आसमान व जमीन वाले मर जाएगें सिवाए हज़रत जिब्राईल अलैहिस्सलाम हज़रत मीकाईल अलैहिस्सलाम हज़रत इसराफील अलैहिस्सलाम हज़रत इज़राईल अलैहिस्सलाम के फिर अल्लाह तआला दोनों नफ़खों के दरमियान की मुद्दत में इन फ़रिश्तों को भी मौत देगा दूसरा कौल यह है कि मुस्तसना शोहदा हैं जिनके लिए कुरान-ए-मुकद्दस में"बल अहयाउन"आया है हदीस शरीफ में भी है कि वे शोहदा हैं जो तलवारें हमाइल किए हुए गिर्न अर्श हाज़िर होंगे तीसरा कौल यह है कि हज़रत जाबिर रज़ियल्लाहु तआला अन्हु ने फरमाया कि मुस्तसना हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम हैं क्योंकि आप तूर पर बेहोश हो चुके हैं इसलिऐ इस नफ़ख़ से आप बेहोश न होंगे बल्कि आप मुतीक़ज़ और होशियार रहेंगे चौथा कौल यह है कि मुस्तसना जन्नत की हुरें और अर्श व कुर्शी के रहने वाले हैं ज़हाक का कौल है कि मुस्तसना रिज़वान और हुरें और वह फ़रिश्ते जो जहन्नम पर मामूर हैं वह और जहन्नम के साँप बिच्छू हैं।*
(ख़जाईनुल इरफान पारा24/सफ़्हा4)
सवाल- दो सूरों के दरमियान कितना फ़ासला होगा?
*जवाब- चालीस साल का फ़ासला होगा।*
(ख़जाईनुल इरफान पारा24सफ़्हा4/जमल जिल्द3सफ़्हा731)
सवाल- सूरे बअसत यानी जिंदा होने का सूर कहाँ से फूंका जाएगा?
*जवाब- सूरे बअसत यानी जिंदा होने का सूर सख़गए बैतुल मुकद्दर ये फूंका जाएगा और इसपर हज़रत इसराफील अलैहिस्सलाम मुर्दो को यह कहकर आवाज देंगे"तर्जुमा= ऐ सड़ी गली हड्डियों ऐ जिस्म के मुतफर्रिक जोड़ो ऐ बिखरे हुए गोश्तो अल्लाह तुमको हुक्म देता है कि फैसले के लिए जमा हो जाओ तो वो लव्वैक कहेंगे"और बाज़ ने कहा है कि सूर हज़रत इसराफील अलैहिस्सलाम फूंकेगे लेकिन निदा हज़रत जिब्राईल अलैहिस्सलाम देंगे।*
(इब्ने कसीर सफ़्हा26/जमल जिल्द3सफ़्हा729/सावी जिल्द3सफ़्हा50)
सवाल- मैदाने हश्र किस मुल्क में काय़म होगा?
*जवाब- मुल्के शाम में क़ायम होगा।*
(इब्ने कसीर सुरए हश्र)
सवाल- क़यामत के दिन लोग किसी हाल में जमा किया जाएगा?
*जवाब- क़यामत के दिन लोग नंगे पाँव नंगे बदन और वेख़त्ना जमा किए जाएंगे और सबसे पहले हज़रत इब्राहिम अलैहिस्सलाम को दो वारिक नरम सफेद कपड़े पहनाए जाएगें।*
(ख़जाईनुल इरफान पारा17सफ़्हा7/इब्ने कसीर जिल्द17सफ़्हा7/मिश्कात शरीफ जिल्द2सफ़्हा483)
सवाल- क़यामत के दिन सबसे पहले हिसाब किस्से होगा?
*जवाब- हज़रत जिब्राईल अलैहिस्सलाम से हिसाब होगा।*
(अल अतकान जिल्द1सफ़्हा60)
सवाल- क़यामत के दिन अहले हश्र की ज़बान कौन सी होगी?
*जवाब- अहले महशर की जुबान सुरयानी होगी।*
(इब्ने कसीर जिल्द19सफ़्हा15)
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*हदीसे पाक में है कि इल्म फैलाने वाले के बराबर कोई आदमी सदक़ा नहीं कर सकता।*
(क़ुर्बे मुस्तफा,सफ़्हा100)
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