*सलाम करने वाले और जवाब देने वाले पर जानिए कितनी रहमतें नाज़िल होती हैं.*


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   📖 *सलाम की फ़ज़ीलत पढ़ें* 📖👇🏽

📜💎 सलाम के बेहतरीन अल्फ़ाज़ ✍अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु।

*💫तरजमा:* तुम पर सलामती हो और अल्लाह की रहमत व बरकत हो।

सलाम का जवाब:✍ व अलैकुमुस्सलाम व रहमतुल्लाहि व बरकतुहु व मग्फ़िरतुहु।

*💫तरजमा:* और तुम पर भी सलामती हो और अल्लाह की तरफ से और अल्लाह की रहमत,बरकत व मग्फ़िरत हो।

_🌹✨_ "जब किसी भाई से मुलाक़ात हो तो सलाम करना सुन्नत है।
🌹✨ जिन इस्लामी भाई को नहीं जानते उन्हें भी सलाम करना चाहिए।
🌹✨ सलाम करने वाले पर नवीं रहमतें और जवाब देने वाले पर दस रहमतें नाज़िल होती हैं।
सलाम इतनी ऊँची आवाज़ में करे कि सामने वाला अच्छी तरह से सुन सके।
🌹✨ सलाम का फौरन जवाब देना वाजिब है बिला ऊर्ज ताख़ीर की तो गुनहगार होगा।
🌹✨ ग़ैर मुस्लिम को सलाम न करे अगर वह सलाम करे तो सिर्फ़ व अलैकुम कह दे।
🌹✨ उँगलियों से सलाम यहूदियों और हथेली से सलाम ईसाइयों का तरीक़ा है।
🌹✨ सलाम करते वक़्त रूकूअ की तरफ झुकना हराम है।
🌹🔮 सरकारे दो आलम सल्लललाहु अलैहि व सल्लम का फरमाने आली शान है कि:सवार पैदल को सलाम करे। चलने वाला बैठे हुए को, छोटा बड़े को, पीछे से आने वाला आगे वाले को सलाम करे।
🌹✨ अगर कुछ लोग जमा हों एक ने सलाम किया तो किसी भी एक का जवाब देना काफी है। 🌹✨ अगर एक ने भी जवाब न दिया तो सब गुनहगार होंगे।
🌹✨ कलाम से पहले सलाम करो।
🌹✨ अगर ख़त वग़ैराह में पहले सलाम हो तो पहले जवाब दे बाद में ख़त पढ़े।
🌹✨ अगर कोई ज़िक्रे इलाही तिलावत में दुरूद व सलाम में मशगूल हो तो सलाम न करे।
🌹✨ दर्स व तद्रीस या इल्मी गुफ़्तगू या हदीस की बातें हो रही हों तो सलाम न करे।
🌹✨ खाना खाने वाले को सलाम न करे अगर कर लिया तो जवाब देने वाले को चाहिए कि मुंह में लुक़्मा न हो तो जवाब दे वरना जवाब वाजिब नहीं।

*📚 [ तारीख़े आलम सफ़ा न० 388 ] 📚*

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