*_बेचने और खरीदने वाले के दरमियान सौदा कराने वाले को दलाल कहते हैं इस मुआमले में उस को कुछ मेहनत और दौड़ धूप भी करना पड़ती है वक़्त भी खर्च होता है लिहाज़ा वह उसकी उजरत ले सकता है बेचने वाले से या खरीद ने वाले से या दोनों से जैसा भी वहाँ रिवाज़ हो हर तरह जाइज़ है लेकिन यह पेशा कोई अच्छा काम नहीं अगचे हराम व नाजाइज़ भी नहीं ।_*
📚 *(शामी जि.7स.93बहारे शरीअत ,जि.11स639 मकतबतुल मदीना)*
📚 *गलत फ़हमियाँ और उनकी इस्लाह सफहा,197*
📚 *(शामी जि.7स.93बहारे शरीअत ,जि.11स639 मकतबतुल मदीना)*
📚 *गलत फ़हमियाँ और उनकी इस्लाह सफहा,197*
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