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*_▶ तज़किरए इमाम अहमद रज़ा 💡_*
_*⤵ तसानिफ*_
मेरे आक़ा आला हज़रत ने मुख़्तलिफ़ उनवानात पर कमो बेश 1000 किताबे लिखी है। यु तो आप ने 1286 ही. से 1340 ही. तक लाखों फतवे दिये होंगे, लेकिन अफ़सोस ! के सब नकल न किये जा सके, जो नकल कर लिये गए थे उनका नाम "अल अतायन्न-बइय्यह फिल फतावर्र-ज़वीययह रखा गया। फतावा रज़विय्या (मुखर्र्जा) की 30 जिल्दें है जिन के कुल सफहात 21656, कुल सुवालात व जवाबात : 6847 और कुल रसाइल : 206 है।
*📚फतावा रज़विय्या मुखर्र्जा, 30/10*
*_⤵तर्जमए कुरआन करीम_*
मेरे आक़ा आला हज़रत ने क़ुरआने करीम का तरजमा किया जो उर्दू के मौजूदा तराजिम में सब पर फोकिय्यत रखता है। तर्जमें का नाम *"कन्ज़ुल ईमान"* है जिस पर आप के खलीफा हज़रते मौलाना मुहम्मद नईमुद्दीन मुरादाबाद अलैहिर्रहमा ने बनामें "खजाइनुल इरफ़ान" और हज़रत मुफ़्ती अहमद यार खान ने "नुरुल इरफ़ान" के नाम से हाशिया लिखा है।
*📚तज़किरए इमाम अहमद रज़ा, 19*
*🌹डाल दी क़ल्ब में अज़मते मुस्तफा*
*🌹सय्यदी आलाहज़रत पे लाखों सलाम*
*_▶ तज़किरए इमाम अहमद रज़ा 💡_*
_*⤵ तसानिफ*_
मेरे आक़ा आला हज़रत ने मुख़्तलिफ़ उनवानात पर कमो बेश 1000 किताबे लिखी है। यु तो आप ने 1286 ही. से 1340 ही. तक लाखों फतवे दिये होंगे, लेकिन अफ़सोस ! के सब नकल न किये जा सके, जो नकल कर लिये गए थे उनका नाम "अल अतायन्न-बइय्यह फिल फतावर्र-ज़वीययह रखा गया। फतावा रज़विय्या (मुखर्र्जा) की 30 जिल्दें है जिन के कुल सफहात 21656, कुल सुवालात व जवाबात : 6847 और कुल रसाइल : 206 है।
*📚फतावा रज़विय्या मुखर्र्जा, 30/10*
*_⤵तर्जमए कुरआन करीम_*
मेरे आक़ा आला हज़रत ने क़ुरआने करीम का तरजमा किया जो उर्दू के मौजूदा तराजिम में सब पर फोकिय्यत रखता है। तर्जमें का नाम *"कन्ज़ुल ईमान"* है जिस पर आप के खलीफा हज़रते मौलाना मुहम्मद नईमुद्दीन मुरादाबाद अलैहिर्रहमा ने बनामें "खजाइनुल इरफ़ान" और हज़रत मुफ़्ती अहमद यार खान ने "नुरुल इरफ़ान" के नाम से हाशिया लिखा है।
*📚तज़किरए इमाम अहमद रज़ा, 19*
*🌹डाल दी क़ल्ब में अज़मते मुस्तफा*
*🌹सय्यदी आलाहज़रत पे लाखों सलाम*
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